देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
Whosoever gives incense, prasad and performs arti to Lord Shiva, with really like and devotion, enjoys content pleasure and spiritual bliss On this earth and hereafter ascends for the abode of Lord Shiva. The poet prays that Lord Shiva removed the struggling of all and grants them Everlasting bliss.
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
अर्थ: हे नीलकंठ आपकी पूजा करके ही भगवान श्री रामचंद्र लंका को जीत कर उसे विभीषण को सौंपने में कामयाब हुए। इतना ही नहीं जब श्री राम मां शक्ति की पूजा कर रहे थे और सेवा में कमल अर्पण कर रहे थे, तो आपके ईशारे पर ही देवी ने उनकी परीक्षा लेते हुए एक कमल को छुपा लिया। अपनी पूजा को पूरा करने के लिए राजीवनयन भगवान राम ने, कमल की shiv chalisa in hindi जगह अपनी आंख से पूजा संपन्न करने की ठानी, तब आप प्रसन्न हुए और उन्हें इच्छित वर प्रदान किया।
ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
हनुमान चालीसा लिरिक्स
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
मंगल कारण विघ्न विनाशन ॥ योगी यति मुनि ध्यान लगावैं ।
So, we see that chanting of Shiva Chalisa is tremendously valuable with more info the devotees. It really is certainly the best method to obtain the blessings of Lord Shiva. Also, chanting of Shiva Chalisa can be carried out by both of those Adult males and women of all ages.
कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी